Friday 10 July 2020

Cbse Result 2020 || Moderation Policy ? || Result लेट क्यों �� || Cbse latest news


Cbse Result 2020 || Moderation Policy ? || Result लेट क्यों �� || Cbse latest news

Moderation Policy क्या है ?

 Moderation Policy के तहत स्टूडेंट्स को मुश्किल सवालों के लिए ग्रेस मार्क्स दिए जाते रहे हैं|  इसी के साथ अगर question paper  में कोई सवाल गलत होता है तब भी Moderation Policy के तहत स्टूडेंट्स को मार्क्स दिए जाते हैं|  CBSE  के अलावा भी कई बोर्ड Moderation Policy के तहत स्टूडेंट्स को ग्रेस मार्क्स देते हैं|  Moderation Policy की मदद से students  को अच्छे मार्क्स लाने में भी काफी मदद मिलती है| 

                                    और ज्यादा जानकारी के लिए निचे दिए वीडियो को देखें 

                                      


क्या अभी भी मॉडरेशन पॉलिसी लगायी जाती हैं ?

एचआरडी की अप्रैल 2017 में हुई एक अहम बैठक में सीबीएसई और कई राज्य के बोर्ड्स ने मॉडरेशन पॉलिसी को खत्म करने का फैसला लिया था|  इसके बाद ही सीबीएसई ने मॉडरेशन पॉलिसी को खत्म कर दिया था |  मॉडरेशन पॉलिसी को खत्म करने के पीछे दिल्ली यूनिवर्सिटी की हाई कट-ऑफ को भी एक कारण बताया गया था |
मॉडरेशन पॉलिसी के तहत मुश्किल एग्जाम्स में स्टूडेंट्स को 15% तक ज्यादा मार्क्स दिए जाते थे | 

क्या 2020 में भी मॉडरेशन पॉलिसी लगी है ?

जैसा की हमसब जानते है की पिछले कुछ महीनों से कोरोना वायरस की वजह से बहुत सारे यूनिवर्सिटी और बोर्ड्स ने एग्जाम रद कर दिए थे | लेकिन सवाल ये उठ रहा है की जिन बच्चों ने अभी तक अपने सरे exams नहीं दिए है उनके मार्क्स कैसे लगेंगे | बच्चों ने तो अपने हिंसाब से तैयारी कर लिए थे लकिन एग्जाम नहीं हुआ तो मार्क्स कैसे मिलेँगे | तो मै आपको बता दूँ की cbse ने इस बार हिडेन मॉडरेशन पॉलिसी लगा दी है (by source)| 


Moderation Policy से अपना नंबर कैसे निकालें ?


हर साल सीबीएसई question paper के तीन सेट डिजाइन करता है| इन तीनों सेट में से एक सेट अन्य दोनो सेट से थोड़ा मुश्किल होता है| हर साल मुश्किल प्रश्नों को लेकर सीबीएसई के पास शिकायतें आती हैं| इन शिकायतों से निपटने के लिए सीबीएसई रिव्‍यू कमेटी बनाता है| अगर रिव्यू कमेटी को लगता है कि question paper ज्यादा मुश्किल था, तब इस आधार पर स्टूडेंट्स को ग्रेस मार्क्स दिए जाते हैं|
   

    ग्रुप -1  वैसे स्टूडेंट्स जिन्होंने सारे पेपर दिए है :

            
 जिन स्टूडेंट्स ने सरे पेपर दिए है, उनका रिजल्ट तो उनके परफॉरमेंस के हिसाब से आएगा लेकिन जिस question paper का या तो question गलत है या फिर question paper हार्ड आया है तो उनको भी मॉडरेशन पौलिसी के तहत 15% तक ग्रेस मार्क्स cbse के द्वारा दिया जाता है | 

   ग्रुप -2  वैसे स्टूडेंट्स जिन्होंने तीन या तीन से ज्यादा पेपर दिए है :

इस साल के एग्जाम में जिन बच्चों ने तीन या तीन से अधिक पेपर दिए है जैसे की 

                                    English ?
                                    Hindi = 65
                                    Math = 70
                                    Science = 60
                                    S.S.T = 75
                                    Sanskrit = 60



आप देख रहें होंगे की किसी बच्चें ने हिंदी , मैथ, साइंस , एस. एस. टी. और संस्कृत का पेपर दिया है लेकिन इंग्लिश का पेपर नहीं दिया है तो cbse  ने ये  किया है की जिनका पेपर बच्चें ने दिया है उनमे से बेस्ट 3 का औसत निकालेगा और बचें हुए सब्जेक्ट में डाल देगा | जैसे की मैंने निचे बताया है :
                        
                                      65 + 70 + 75 = 210 
                                             210 / 3 = 70 
तो 70 मार्क्स इंग्लिश के पेपर में दे कर बच्चें को पास कर दिया जायेगा | ये सिर्फ थ्योरी का मार्क्स है इंटरनल असेसमेंट अलग से लगता है जो की स्कूल देता है | यदि स्कूल ने 20 मे से 18 मार्क्स इंटरनल में दे दिया तो उस पर्टिकुलर सब्जेक्ट में 88 मार्क्स हो जायेंगे ऐसे ही दूसरे सब्जेक्ट्स में भी मार्क्स दिया जायेगें | 


ग्रुप - 3   वैसे स्टूडेंट्स जिन्होंने तीन पेपर दिए है :
   
        वैसे स्टूडेंट्स जिन्होंने सिर्फ 3 पेपर दिए है तो उनको दो सब्जेक्ट्स के मार्क्स का औसत निकाल कर बाकि बचे सब्जेक्ट में थ्योरी के मार्क्स मे डाल दिया जायेगा | जैसे की मैंने निचे बताया है :
            
                                                संस्कृत= ?
                                                 हिंदी = ?
                                             इतिहास = 70 
                                        राजनीति विज्ञान = 75 
                                         शारीरिक शिक्षा = 75 

 
आप देख रहें होंगे की किसी बच्चें ने इतिहास, राजनीति विज्ञानऔर शारीरिक शिक्षा का पेपर दिया है लेकिन संस्कृत और हिंदी का पेपर नहीं दिया है तो cbse  ने ये  किया है की जिनका पेपर बच्चें ने दिया है उनमे से बेस्ट 2 का औसत निकालेगा और बचें  हुए सब्जेक्ट में डाल देगा | जैसे की मैंने निचे बताया है :
                                      
                                             75 + 75 = 150 
                                              150 / 2 = 75 

तो 75 मार्क्स संस्कृत और हिंदी के पेपर में देकर बच्चें को पास कर दिया जायेगा | ये सिर्फ थ्योरी का मार्क्स है इंटरनल असेसमेंट अलग से लगता है जो की स्कूल देता है | यदि स्कूल ने 20 मे से 18 मार्क्स इंटरनल में दे दिया तो उस पर्टिकुलर सब्जेक्ट में 93 मार्क्स हो जायेंगे ऐसे ही दूसरे सब्जेक्ट्स में भी मार्क्स दिया जायेगा |

ग्रुप - 4   वैसे स्टूडेंट्स जिन्होंने एक या दो पेपर दिए है :
  
 वैसे स्टूडेंट्स जिन्होंने सिर्फ एक या दो पेपर दिए है तो उनको स्कूल स्टूडेंट्स के प्रीवियस परफॉरमेंस के बेस पर मार्क्स देकर बच्चों को पास कर दिया जायेगा | 



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